Tuesday, May 7th, 2024

सूबे के 355 इंजीनियरिंग, MBA और बीफार्मा कॉलेज नहीं वसूल पाएंगे ज्यादा फीस

 भोपाल। प्रवेश एंव फीस विनियामक समिति ने प्रदेश इंजीनियिरंग, एमबीए, फार्मेसी सहित अन्य कोर्स को संचालित करने वाले 335 कालेजों की फीस का निर्धारण कर दी है। वे स्टूडेंट्स से पिछली ही फीस ले सकेंगे। कालेजों ने अपनी फीस को यथावत रखने के लिए आवेदन दिया था। कमेटी ने उनके आवेदन पर गौर करते हुए उनकी फीस गत वर्ष के बराबर रखी है। कमेटी ने बीस और 29 मई को बैठक कर फ़ीस पर फैसला लिया है। वही तीन जून को फीस बढ़ोतरी की मांग करनेे वाले कॉलेज की बैठक रखी गई है। इसमेंं करीब सवा सौ कॉलेज को शामिल किया जएगा।

फीस आगामी तीन सत्र 2019-20, 2020-21 और 2021-22 तक लागू रहेगी। हालांकि फीस से संतुष्ट नहीं होने पर कालेज फीस विनियामक की अपीलीय प्राधिकारी के पास गुहार लगा सकते हैं। कमेटी को राज्य के 686 कॉलेजों की फीस तय करना है। इसके बाद शेष कालेज की सुनवाई दस जून के बाद रखी जायेगी। उनके द्वारा आवेदन नही प्राप्त होने पर कमेटी अपनी तरफ से एक्शन लेगी।

अब मेडिकल की होगी घोषणा

इंजीनियरिंग की फीस निर्धारित करने के बाद कमेटी मेडिकल और नर्सिंग की फीस निर्धारित करेगा। कमेटी उक्त कालेजों की सुनवाई पूरी कर चुका है। वह फीस निर्धारित करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है। कमेटी का कहना है आगामी सप्ताह में इंजीनियरिंग की काउंसलिंग शुरू हो जाएगी। विद्यार्थियों का आर्थिक शोषण नहीं हो सके, जिसके लिए इंजीनियरिंग की फीस को प्राथमिकता से निर्धारित की गई। मेडिकल और नर्सिंग के प्रवेश में अभी वक्त है, जिसके कारण उनकी फीस की घोषणा समय सीमा में तक कर दी जाएगी।

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कालेजों ने अपनी फीस को यथावत रखने के लिए आवेदन दिए थे। इसके तहत उनकी फीस को पिछली बार की तरह यथावत रखा गया है। शेष कालेजों की फीस का निर्धारण समयसीमा में तय की जाएगी। 

कमलाकर सिंह, अध्यक्ष, फीस कमेटी 

 

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